While using buzzword, an online word processor by Acrobat, I saw one really nice font. It is called Tektonic Pro. Unfortunately it is a proprietary font, so it is only available while we use the Buzzword. I searched a lot but no luck. Finally, I got hold of its original font - “Tekton” which is free. You can check out the font here.
इंद्र जिमि जंभ पर… बाडव सुअंभ पर… रावण सदंभ पर… रघुकुलराज है ! पौन बारिबाह पर… संभु रतिनाह पर… ज्यों सहसबाह पर… राम द्विजराज है ! उदरात माउली… रयतेस साउली… गडकोट राउळी… शिवशंकर हा मुक्तीची मंत्रणा… युक्तीची यंत्रणा… खल दुष्टदुर्जना… प्रलयंकर हा संतास रक्षितो… शत्रू निखंदतो… भावंडभावना… संस्थापितो ऐसा युगेयुगे… स्मरणीय सर्वदा… माता-पिता-सखा… शिवभूप तो दावा दृमदंड पर… चीता मृगझुंड पर… भूषन वितुंड पर… जैसे मृगराज है ! तेज तम अंस पर… कान्ह जिमि कंस पर… त्यों मलिच्छ बंस पर… सेर सिवराज है ! जय भवानी, जय शिवाजी ! Thanks to Nik for sending this. In case any of you want to read the whole poem you can visit this link .
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